आज देव उठनी एकादशी है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से बाहर आते हैं और चातुर्मास का समापन होता है। इसके बाद एक बार शादियों का सिलसिला शुरू होता है। इस साल विवाह के सिर्फ 19 मुहूर्त हैं। ऐसे में शादी कराने वाले पंडितों के भाव बढ़ गए हैं। अभी तक जो पंडित 5 से 10 हजार रुपए लेते थे, वो अब 11 से 35 हजार रुपए का पैकेज दे रहे हैं।
शादी के कम मुहूर्त होने के कारण सभी होटल, धर्मशाला और मांगलिक भवन बुक हो चुके हैं। अकेले रायपुर में ही 3000 से अधिक शादियां होंगी। पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया एक विवाह में पांच कार्यक्रम होते है। पूजा विधि के लिए दक्षिणा लेने के बजाय अब पूरे विवाह कार्यक्रम का पैकेज बना कर दिया जा रहा है।
पंडित त्रिपाठी के मुताबिक विवाह के दौरान होने वाले कार्यक्रम में मातृका पूजन, मण्डपाच्छादन, द्वाराचार, तिलक, और विवाह यह पांच कार्यक्रमों को मिलाकर 11 हजार से लेकर 35000 तक चार्ज किए जाते हैं। इस बार विवाह मुहूर्त कम है। इस वजह से जो पंडित सीजन में 80 शादी करवाया करते थे। वे अब 25 से 27 शादियां करा पाएंगे। ऐसी स्थिति में पंडितों की दक्षिणा बढ़ी है।