रायपुर ,नगर निगम के कांग्रेसी महापौर को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाने भाजपा को शहर के 70 वार्डों की संख्या के हिसाब से दो तिहाई यानी 47 पार्षदों की जरूरत होगी। अभी भाजपा के 31 पार्षद हैं। ऐसी दशा में भाजपा पार्षदों को अविश्वास प्रस्ताव पास कराने के लिए कांग्रेसी पार्षदों का समर्थन लेना होगा। कांग्रेस के सभी पार्षद एकजुट हैं। पार्टी नेतृत्व ने भी मंगलवार को इस बारे में जानकारी ली है। किसी भी कांग्रेसी पार्षद ने अभी तक बगावती तेवर नहीं दिखाए हैं। ऐसी दशा में अविश्वास प्रस्ताव लाया भी जाता है तो पास कराना आसान नहीं होगा।
निगम में अविश्वास प्रस्ताव लाने की खबरों को लेकर महापौर एजाज ढेबर ने कहा कांग्रेस पार्षद एकजुट, भाजपा को जो करना कर ले- महापौर भाजपा जबरदस्ती माहौल बना रही है। हमारे 39 पार्षद एकजुट हैं। हम पूर्ण बहुमत में हैं। जहां तक अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात है तो केवल भाजपा के कहने भर से नहीं आएगा। इसके भी के नियम कायदे हैं। भाजपा केवल ख्याल पुलाव बांट रही है।
महापौर ने दावा किया कि भाजपा के कई पार्षद खुद मेरे संपर्क में हैं और हमारी निगम की सरकार को समर्थन देने को तैयार हैं। महापौर ने कहा कि निगम के एक वरिष्ठ भाजपा पार्षद का जाति प्रमाण पत्र फर्जी है। समय आने पर उसका खुलासा किया जाएगा। जल्द एक उपचुनाव शहर में होगा। महापौर ढेबर ने कहा कि रायपुर के विकास जिम्मेदारी 4 साल पहले हमें सौंपी गई थी। बचे हुए एक साल भी हम रायपुर की सेवा करेंगे।