छत्तीसगढ़ में बस-ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल का असर पेट्रोल-डीजल सप्लाई पर पड़ा है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, रायगढ़, जगदलपुर में पेट्रोल पंप पर लोगों की भीड़ लग रही है। सरगुजा जिले में 40% तो रायपु-बिलासपुर के कुछ पेट्रोल पंप ड्राई हो चुके हैं। रायपुर, सरगुजा और बिलासपुर में कुछ स्कूल बसों के ड्राइवर्स भी हड़ताल पर हैं। ट्रकों के नहीं आने से सब्जियों की सप्लाई रुक गई है, जिससे उनके दाम बढ़ गए हैं।
रायपुर के जीई रोड, भाटागांव स्थित पेट्रोल पंप पर विवाद की स्थिति बन रही है ।शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप ड्राई हो चुके हैं। अगर ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल आज मंगलवार को भी जारी रही, तो सभी पेट्रोल पंप खाली हो जाएंगे। जिसका प्रभाव आम नागरिकों के जीवन पर पड़ेगा।नौकरीपेशा लोग अपने काम पर नहीं पहुंच सकेंगे, छात्र स्कूल-कालेज नहीं जा सकेंगे। साथ ही आटो, बस भी नहीं चल पाएंगी, जो एक बेहद खतरनाक स्थिति को जन्म दे देगी।
आपको बता दे की ये हड़ताल केंद्र सरकार द्वारा आईपीसी में बदलाव किए जाने से हैं। जिसके तहत ट्रक-बस ड्राइवर्स हिट एंड रन के नए कानून को लागू किया गया है। ऐसे में अगर कोई भी ड्राइवर एक्सीडेंट के बाद भाग जाता है तो उसके खिलाफ पांच लाख का जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान किया है।
2 लाख ट्रक चलते हैं CG में
प्रदेश में 2 लाख ट्रक चलते हैं। इनका काम सिर्फ प्रदेश में ऑपरेट करना नहीं होता। बल्कि ये प्रदेश से बाहर एक्सपोर्ट इम्पोर्ट का सबसे बड़ा जरिया हैं। 4 से 5 लाख सिर्फ ड्राइवर और हेल्पर ही इस काम से जुड़े हैं।
ट्रांसपोर्ट कंपनियों में और भी स्टाफ होते हैं। लगभग 10 लाख के आस-पास कर्मचारियों का काम प्रभावित हो रहा है। पूरे प्रदेश में जरूरी चीजों की सप्लाई न होने की वजह से आने वाले दो-तीन दिनों में आम लोगों को और भी किल्लत होगी।
दो दिन और चल सकती है हड़ताल
बस और ट्रक चालकों की ये हड़ताल बुधवार को भी जारी रह सकती है। ड्राइवर्स स्ट्राइक मंगलवार को भी जारी रख रहे हैं। पेट्रोल, सब्जी, दूध की सप्लाई पर असर पड़ेगा। हम भी ड्राइवर्स को ऐसी हालत में गाड़ी ले जाने नहीं कह पा रहे। हम उनकी मांगों का समर्थन करते हैं। सरकार को जल्द से जल्द कानून में बदलाव की ओर विचार करना चाहिए।