ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले में ED ने भिलाई से असीम दास और पुलिसकर्मी भीम सिंह यादव को पकड़ा था। ED ने दावा किया था कि असीम ने मुख्यमंत्री को 508 करोड़ दिए। अब एक पत्र वायरल हो रहा है। इसमें असीम दास की ओर से लिखा गया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ देने की बात झूठी है। मुझे शुभम सोनी ने फंसाया है।
इस मामले में अब भाजपा ने जांच की मांग की है। ED की ओर से भी इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। असीम की वायरल चिट्ठी अब कोर्ट पहुंच चुकी है। असीम के वकील शोएब अल्वी ने बताया कि अपना पक्ष रखते हुए असीम ने पूरी कहानी चिट्ठी में बताई है। इसे हमने अदालत में मामले की सुनवाई के दौरान पेश किया है। इस पत्र को रिकॉर्ड में शामिल किया गया है।
वायरल चिट्ठी में शुभम सोनी का जिक्र
असीम दास की वायरल चिट्ठी में जिस शुभम सोनी का जिक्र है, उसी का वीडियो जारी कर कुछ दिन पहले भाजपा ने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाए थे। दुबई में रहने वाला शुभम सोनी खुद को सट्टा ऐप का संचालक बताता है। असीम का दावा है कि उसे फंसाने और मुख्यमंत्री का नाम इस मामले में जोड़ने की साजिश शुभम ने की है।
ED के दावे के बाद भाजपा ने जारी किया था वीडियो
दरअसल, पहले चरण के चुनाव से ठीक 4 दिन पहले यानी 3 नवंबर को असीम दास के हवाले से ED ने दावा किया था कि सट्टा ऐप को लेकर सीएम को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। इसके बाद 5 नवंबर को भाजपा की ओर से शुभम सोनी का एक वीडियो जारी किया गया। शुभम ने खुद को महादेव सट्टा ऐप का संचालक बताया था।