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छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा: बारिश का आंकड़ा फिर बढ़ सकता है।

छत्तीसगढ़ में अब तक 40.81 इंच बारिश हो चुकी है। 5 जिलों में औसत से ज्यादा बारिश हुई है, जबकि 14 जिलों में सामान्य और 8 जिले ऐसे हैं जहां कम बारिश हुई है। एक महीने पहले औसत से कम बारिश वाले जिलों की संख्या 15 थी, जो घटकर 8 हो गई है। 82 फीसदी बांध लबालब हो चुके हैं। बुधवार को कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा।

अगले 24 घंटे में सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, पेण्ड्रा, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और बस्तर जिले में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।

तीन सिस्टम बने, लेकिन भारी बारिश नहीं होगी

मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि तीन अगल-अलग सिस्टम बने हुए हैं, जिसके असर से प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हालांकि भारी बारिश होने का अनुमान नहीं है। तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। 29 अक्टूबर से नया सिस्टम एक्टिवेट होगा, जिससे बारिश का आंकड़ा फिर बढ़ सकता है।

24 घंटे में कैसा रहा मौसम

  • छत्तीसगढ़ में धूप-छांव वाला मौसम रहा। रायपुर में हल्की बूंदाबांदी हुई।
  • बलौदाबाजार, बेमेतरा, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, कांकेर, कोंडागांव, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, रायगढ़, राजनांदगांव, सूरजपुर, सरगुजा, बस्तर, बीजापुर और दंतेवाड़ा में बारिश हुई है।

इन जिलों में औसत से ज्यादा बारिश

  • मुंगेली में 39 फीसदी ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है।
  • बलौदाबाजार में 28 और रायपुर में 24 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।
  • बस्तर के दो जिले बीजापुर में 27 और सुकमा में 20 फीसदी ज्यादा पानी गिरा है।
  • प्रदेश के इन 8 जिलों में हुई औसत से कम बारिश

    • सरगुजा जिले में 56 फीसदी कम वर्षा हुई है।
    • जशपुर में 39, सूरजपुर में 30, कोरिया में 21 और कोरबा में 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
    • बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा में 23 फीसदी, कोंडागांव में 21 और नारायणपुर में 20 फीसदी कम बारिश हुई है।

    गंगरेल में पानी कम, छोटे बांध लबालब

    प्रदेश के प्रमुख 46 बाधों की कुल क्षमता 6360.23 मि​लियन क्यूबिक मीटर है, जिसमें अब तक 5267.83 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी बांधों में भर गया है। बड़े बांधों की अपेक्षा छोटे बाधों में जलभराव ज्यादा है। धमतरी के रविशंकर जलाशय (गंगरेल डैम) और मुरुमसिल्ली बांध में कम पानी भरा है। अरपा-भैंसाझार बांध में भी कम पानी भर पाया है, जबकि दूसरे जिलों में बांधों की स्थिति बेहतर है।

  • अच्छी बारिश से रबी की फसल को मिलेगा फायदा

    कृ​षि वैज्ञानिकों के मुताबिक इस साल औसत बारिश अच्छी हुई है, जिससे बांधों में सिंचाई के लिए पानी का पर्याप्त स्टॉक है। बीते सालों की अपेक्षा इस बार कीटों का प्रकोप भी कम है। अच्छी बारिश से रबी की फसलों को फायदा मिलेगा। जल्दी बुआई वाली फसल 15 से 30 अक्टूबर के बीच आ जाएगी।

    इस साल हुई अच्छी बारिश से खरीफ की फसलों को भरपूर पानी मिला। दलहनी फसलों को भी फायदा पहुंचा। 15 अक्टूबर के बाद बारिश होती है, तब फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।

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