विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे और आखिरी दिन की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। सदन में सबसे पहले दिवंगत पूर्व सदस्य लीलाराम भोजवानी और डॉ रामलाल भारद्वाज को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय विनियोग विधेयक पेश करेंगे और फिर राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी।
इसके बाद 12 हजार करोड़ से ज्यादा के अनुपूरक बजट और राज्यपाल के अभिभाषण पर आज चर्चा रखी गई है। बहुमत के आधार पर विधेयक भी पारित कराया जाएगा। विधेयक पारित होने के बाद उसे अनुमति के लिए राज्यपाल के पास भेजा जाएगा।
वित्तीय वर्ष तक का खर्च चलाएगी सरकार
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार कामकाज के लिए अनुपूरक बजट की मांग की है। जब विभागों को बजट सत्र में आवंटित राशि कम पड़ जाती है तो ऐसे में राज्य सरकार वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ही एक बजट लेकर आती है। इसे ही अनुपूरक बजट कहते हैं। आमतौर पर वित्तीय वर्ष पूरा होने से पहले ही अनुपूरक बजट लाया जाता है।
विपक्ष की तरफ से हंगामे के आसार
राजीव गांधी भूमिहिन कृषक मजदूर न्याय योजना का नाम बदले जाने से विपक्ष नाराज है। ऐसे में चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी हो सकती है। इसके अलावा धान पर बोनस और अन्य मांगों के मुद्दे को भी विपक्ष उठाएगी। साथ ही किसानों की आत्महत्या और नक्सल मामलों को लेकर विपक्ष के तेवर हमलावर हो सकते हैं।