रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, और वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. किरणमयी नायक ने दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से मिली धनराशि के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को लिखा है। उन्होंने जस्टिस वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर प्रकरण की दो महीने के भीतर जांच कराने का आग्रह किया है ताकि देश की जनता को लगे कि देश में कानून का शासन है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम फेसबुक पर लिखे पोस्ट में कहा कि माननीय महोदय न्याय होना ही नहीं, बल्कि न्याय होता दिखना भी चाहिए। यह कानून का सिद्धांत हम सभी जानते हैं। नायक ने आगे लिखा कि कृपया दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके घर से मिले 788 करोड़ की धनराशि की जांच दो महीने में कराने का प्रकरण स्वत: संज्ञान में ले, ताकि देश की जनता को लगे कि देश में कानून का शासन है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने लिखा आपने तो ऐसे भ्रष्ट जस्टिस को इलाहाबाद ट्रांसफर कर उसे बिना जांच के निर्दोष साबित कर दिया है। कहीं ऐसा तो नहीं कि पूरी न्यायपालिका ही ऐसी भ्रष्ट हो गई है। उन्होंने आग्रह किया कि उनके इस पोस्ट को पिटीशन के रूप में रजिस्टर करें, और ऐसे करप्ट जस्टिस यशवंत वर्मा की जांच करें, और हमें न्याय होता दिखाए।