छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हार के बाद हंगामा मच गया है। अब पार्टी के वरिष्ठ नेता एक-दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ने में लगे हुए हैं। खास बात यह है कि निशाने पर प्रदेश सरकार के मुखिया रहे भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के साथ ही प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा भी हैं। तीनों पर पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने निशाना साधा है।
रायपुर में पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने तो राहुल गांधी से कुमारी सैलजा को हटाने तक की मांग कर डाली। उन्होंने कहा कि टीएस सिंहदेव को सैलजा हीरो की तरह प्रमोट करती रहीं। सैलजा ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कभी ये तक जानने का प्रयास नहीं किया कि क्या चल रहा है। इसलिए कांग्रेस की ऐसी दशा हुई है। इस पर कांग्रेस ने बृहस्पत को शोकॉज नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा है।
कांग्रेस ने बृहस्पत को थमाया शोकॉज नोटिस
कांग्रेस ने पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह के बयान को गंभीरता से लिया है। पार्टी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने उन्हें शोकॉज नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। नोटिस में लिखा है- आपके द्वारा प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं पर सार्वजनिक रूप से लगाए गए तथ्यहीन आरोपों से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है।
डॉ. महंत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को तोड़ने- बाटने व कमजोर करने वालो की अब कांग्रेस में कोई जरूरत नही है ! इस तरह के लोगो के खिलाफ अनुशाशन का डंडा चलाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व कुमारी शैलजा व प्रदेश के सह प्रभारियों ने कांग्रेस को एक जुट रखा, बावजूद किसी को अपनी बात रखना है तो पार्टी फोरम में रखे, पार्टी के बाहर बात रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जरूरत है। डॉ. महंत ने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस बाबा सहित अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने वालो को बर्दाश्त नही किया जाएगा