छत्तीसगढ़ ब्यूरो रिपोर्ट | देश प्रदेश में लगातार पत्रकारों के साथ कई तरह की घटना होती आई हैं, ऐसे में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा होता हैं, हाल ही में बीजापुर के बेबाक पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई, जिसने सभी पत्रकारों को अंदर तक झंझोर कर रख दिया, छत्तीसगढ़ प्रदेश में कई बार पत्रकार सुरक्षा की बात की गई लेकिन अभी तक लागू नहीं किया गया,पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शपथ लेने के बाद इस पर दिशा निर्देश दिए ,उसके बाद 2022 में भी पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस के कॉन्क्लेव हॉल में आयोजित श्रमवीर सम्मान 2022-23 समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कही थी कि-
विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र या बजट सत्र में पत्रकार सुरक्षा कानून लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण जो प्रथमिकताएँ थी उनके क्रम में परिवर्तन हुआ है पर पत्रकार सुरक्षा कानून हमारी प्राथमिकता में शामिल है और बहुत जल्द लागू करने के लिए हम प्रयासरत हैं। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस की अध्यक्षता इस संबंध में गठित की गई कमेटी की कई बैठकें हो चुकी हैं। इसका ड्राफ्ट भी तैयार हो गया है।