छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव महज 122 वोटों से चुनाव हार गए हैं। टी एस बाबा ने रिकाउंटिंग के लिए आवेदन किया , इसके साथ ही संभाग की बाकी 11 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। 2018 के चुनाव में यहां सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को भी हार का सामना करना पड़ा है। बैज 8433 वोटों से हारे हैं।
दूसरी ओर भाजपा को रायपुर की सभी 7 सीटों सहित 25 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। रायपुर में कार्यकर्ता उत्साह में ढोल और नगाड़ों के साथ बुलडोजर लेकर पहुंचे हैं। वहीं कांग्रेस सरकार के 5 मंत्रियों की प्रतिष्ठा अभी दांव पर लगी हुई है।
कांग्रेस से इनको मिली जीत
- पाटन से भूपेश बघेल, कोंटा से कवासी लखमा, बिल्हा से अंबिका मरकाम, खरसिया में मंत्री उमेश पटेल, बीजापुर से विक्रम मंडावी, धरमजयगढ़ से लालजीत सिंह राठिया, सरायपाली से चातुरीनंद, कसडोल से संदीप साहू, खुज्जी से भोला राम साव जीते हैं।
भाजपा से इनको मिली जीत
- कुरुद से अजय चंद्राकर, रायपुर दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल, ग्रामीण से मोतीलाल साहू, बिल्हा से धरमलाल कौशिक, लोरमी से अरुण साव, रामानुजगंज से रामविचार नेताम, सामरी से उद्धेश्वरी पैकरा, मुंगेली से पुन्नूलाल मोहले, मरवाही से प्रणव मरपच्ची, जगदलपुर से किरण देव, राजिम से रोहित साहू, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने राजनांदगांव, तखतपुर से धर्मजीत सिंह, बेलतरा से सुशांत शुक्ला, बिलासपुर से अमर अग्रवाल, लुंड्रा से प्रबोध मिंज, प्रेमनगर से भूलन सिंह मराबी, जशपुर से विष्णु देव साय, कांकेर से आशाराम नेताम, बसना से संपत अग्रवाल, जशपुर से रायमुनि भगत, रायपुर उत्तर से पुरंदर मिश्रा, पश्चिम से राजेश मूणत, अभनपुर से इंद्र कुमार साहू व धरसींवा से अनुज शर्मा को जीत मिली है।
भाजपा बहुमत की ओर तेजी से बढ़ रही है। रुझानों में भाजपा 56 सीटों और कांग्रेस 34 सीटों पर आगे है। पार्टी में जश्न का माहौल है। उनका कहना है कि देश में एक ही गारंटी चलती है, मोदी की। वहीं कांग्रेस खेमे में मायूसी छाई हुई है। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि अंधेरा छंट रहा है, कमल खिलने वाला है।